10वीं बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा | पात्रता, फीस, प्रवेश और करियर

Diploma in Electrical Engineering: क्या आपने अभी-अभी अपनी 10वीं की पढ़ाई पूरी की है और आपकी रूचि इलेक्ट्रॉनिक मशीनों, विधुत उपकरणों, बिजली, पावर हाउस सेक्टर और ट्रांसपोर्टेशन जैसे क्षेत्रों में हैं तो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स बेहतर विकल्प है। क्योंकि आज के समय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की मांग सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्र में से एक है। यह कोर्स न केवल तकनीकी ज्ञान देता है बल्कि बेहतर करियर विकल्प और खुद का व्यवसाय शुरू करने के अवसर प्रदान करता है।

आज हम इस लेख के द्वारा आपको डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स से संबंधित विभिन्न प्रश्नों के उत्तर देने वाले हैं। लेख में आप जानेंगे कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स क्या होता है और ऐसे करने के लिए फीस, प्रवेश प्रक्रिया, आवेदन प्रक्रिया, सिलेबस, संस्थान व योग्यता क्या है।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा

कोर्स का नाम डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
अवधि 3 साल (6 सेमेस्टर)
न्यूनतम योग्यता मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं (मैट्रिक) उत्तीर्ण
प्रवेश प्रक्रिया प्रवेश परीक्षा या मेरिट आधारित
न्यूनतम आयु 14 वर्ष

Table of Contents

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा क्या है?

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा एक 3 वर्ष का तकनीकी कोर्स है जिसे 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद किया जा सकता है, हालंकि कुछ संस्थानों में 12वीं उत्तीर्ण के बाद प्रवेश दिया जाता है। इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को इलेक्ट्रिक उपकरणों और बिजली से संबंधित जैसे सर्किट, पावर सिस्टम, ट्रांसमिशन, जेनरेशन, डिस्ट्रीब्यूशन और विभिन्न प्रकार की इलेक्ट्रिक मशीनों के बारे में प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों रूपों में प्रशिक्षण दिया जाता है। सरल शब्दों में डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स इलेक्ट्रिकल टेक्नीशियन या जूनियर इंजीनियर बनने के लिए तैयार करता है।

10वीं बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्यों करें?

10वीं उत्तीर्ण करने के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स करना समझदारी और रणनीतिक विकल्प हो सकता है। तकनीकी में रुचि रखने वाले छात्रों को 10वीं बाद इस कोर्स को क्यों करना चाहिए इसका कोई एक जवाब नहीं है, बल्कि इसे कई फायदे और कारण हैं। नीचे कुछ कारणों को स्पष्ट किया गया है।

  • जल्दी करियर की शुरुआत: जहां इंजीनियरिंग कोर्स में बीटेक/बीई करने 4 साल का वक्त लगता है वहीं डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स मात्र 3 वर्ष में समाप्त हो सकता है। केवल 2-3 साल के अंदर ही प्रोफेशनल इलेक्ट्रिक संबंधी कौशलों को हासिल कर सकते हैं।
  • तकनीकी ज्ञान और कौशल: इस कोर्स के दौरान मशीनें, पावर सिस्टम, वायरिंग, रिपेयरिंग, इंस्टालेशन, सर्किट जैसे व्यावहारिक कौशल सिखाए जाते हैं और इलेक्ट्रिक के क्षेत्र में ये कौशल हमेशा मांग रहती है।
  • सरकारी नौकरी के अवसर: इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की मांग हमेशा हर क्षेत्र में रहती है इसीलिए BHEL, UPPCL, NTPC, ONGC, Power Grid, IOCL जैसे सरकारी कंपनियों में करियर के अवसर प्राप्त करने विकल्प मिलते हैं। इसके अलावा रेलवे में ALP, LP, टेक्नीशियन और रक्षा सेवाओं में भी अवसर मिलते हैं।
  • कम फीस में इंजीनियरिंग कोर्स: जहां बीटेक जैसे कोर्स करने में फीस की लागत लाखों में होती है वहीं डिप्लोमा की फीस बीटेक से आधी होती है। सरकारी पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा कोर्स की वार्षिक फीस लगभग 10-12 हजार होती है।
  • स्वरोजगार और उद्यमिता का मौका: इस डिप्लोमा कोर्स के बाद आप यदि नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो आप खुद की इलेक्ट्रिकल शॉप, रिपेयरिंग शॉप, इंस्टालेशन कॉन्ट्रैक्ट, वायरिंग करना और मोटर रिपेयर जैसे व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पात्रता

ऐसे छात्र जो 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा में प्रवेश लेना चाहते हैं उन्हें जरूरी योग्यताओं को पूरा अनिवार्य है। इस डिप्लोमा से संबंधित सभी पात्रताओं की जानकारी नीचे दी गई है।

शैक्षणिक योग्यता:

  • डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में आवेदन करने वाला उम्मीदवार किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए।
  • कुछ संस्थान 12वीं उत्तीर्ण छात्रों भी प्रवेश देते हैं इसके अलावा ऐसे छात्र जो आईटीआई (IT) करने के बाद आवेदन करते हैं उन्हें डिप्लोमा के दूसरे वर्ष में प्रवेश मिलता है।
  • ज्यादातर संस्थान और राज्य 10वीं + 2 में गणित (Mathematics) और विज्ञान (Science) विषय को लागू करते हैं।
  • डिप्लोमा में प्रवेश लेने के लिए अधिकांश कॉलेजों/पॉलिटेक्निक संस्थानों में कम से कम 35%-50% अंक होना अनिवार्य है।
  • अंकों का आंकड़ा संस्थान/राज्य के अनुसार बदल भी सकते हैं।

आयु सीमा:

  • आवेदन करने वाले उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 14 वर्ष होनी चाहिए।
  • अधिकतम आयु 40 वर्ष तक हो सकती है लेकिन यह अलग-अलग संस्थान/राज्य पर निर्भर है।
  • आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC/PwD) के उम्मीदवारों को विभिन्न संस्थानों में अधिकतम आयु के लिए छूट भी प्रदान की जाती है।

राष्ट्रीयता:

  • उम्मदीवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • कुछ प्रतिष्ठित संस्थानों में NRI (Non-Resident Indian) और PIO (Person of Indian Origin) छात्रों के लिए कुछ सीटें आवंटित की जाती हैं।

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग प्रवेश प्रक्रिया

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा में प्रवेश दो प्रकार से होता है। कुछ संस्थान/राज्य पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं वहीं कुछ निजी संस्थान मेरिट के आधार पर प्रवेश देते हैं। नीचे दोनों प्रकारों का वर्णन किया गया है।

प्रवेश परीक्षा:

  • अधिकतर राज्यों में पॉलिटेक्निक संस्थान और निजी संस्थान प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) आयोजित करते हैं।
  • लगभग सभी राज्यों में अपनी पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा होती है।
  • प्रवेश परीक्षा के आधार पर सभी उम्मीदवारों की मेरिट लिस्ट बनाई जाती है।
  • उसके बाद कॉउंसलिंग प्रक्रिया के द्वारा सीट आवंटित किया जाता है।

मेरिट आधारित प्रवेश:

  • कई निजी कॉलेज/संस्थान 10वीं के अंकों के आधार पर प्रवेश देते हैं।
  • कुछ संस्थान आईटीआई (ITI) उत्तीर्ण छात्रों को सीधा दूसरे वर्ष में प्रवेश दे देते हैं, जिसे लेट्रल एंट्री कहा जाता है।
  • हालंकि मेरिट आधारित प्रवेश पाने के लिए अंकों का बेहतर होना बेहद जरूरी है।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आवेदन प्रक्रिया

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश हेतु आवेदन कैसे करें, यहां पूरी आवेदन प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से समझाई गई है।

पात्रता की जांच:

  • आप जिस संस्थान या राजकीय पॉलिटेक्निक में प्रवेश चाहते हैं उसकी प्रवेश परीक्षा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पहले पात्रता की जांच करें।
  • जैसे उत्तर प्रदेश के लिए JEECUP, बिहार के लिए DCECE, तेलंगाना के लिए TS POLYCET आप अपने राज्य अनुसार देखें।

ऑनलाइन पंजीकरण:

  • आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और फिर New Registration पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • जिसमे आपको मुख्य जानकारी आपने नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी देकर रजिस्ट्रेशन आईडी और एक पासवर्ड प्राप्त करना है।

आवेदन फॉर्म भरें:

  • प्राप्त रजिस्ट्रेशन आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें और परीक्षा फॉर्म खोलें।
  • व्यक्तिगत जानकारी भरें जैसे माता-पिता का नाम, जन्म-तिथि और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
  • संपर्क विवरण की जानकारी भरें फोन नंबर और ईमेल आईडी।
  • शैक्षणिक योग्यता की जानकारी जैसे विषय अंक और प्रतिशत।
  • प्रवेश परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र शहर और अन्य जानकारी।
  • यदि आप मेरिट आधारित आवेदन कर रहे हैं तो कोर्स और संस्थान की जानकारी भरें।
  • सभी प्रमुख दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें।
  • अंत में आवेदन शुल्क जमा करें।
  • आवेदन शुल्क आमतौर पर (200-500) तक होती है।
  • आवेदन शुल्क Net Banking, Credit/Debit Card, UPI, या E-Challan के माध्यम से कर सकते हैं।
  • अंत में आवेदन फॉर्म को जमा करें और आवेदन फॉर्म का कन्फर्म्ड प्रिंट आउट को सेव करें।

आवश्यक दस्तावेज:

  • 10वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
  • श्रेणी प्रमाण पत्र (यदि अनिवार्य हो)
  • आवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • हस्ताक्षर
  • मेडिकल सर्टिफिकेट (दस्तावेज सत्यापन के समय)
  • टीसी प्रमाण पत्र

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग सिलेबस

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा का पाठ्यक्रम सभी पॉलिटेक्निक संस्थान, निजी संस्थान और यूनिवर्सिटी में अलग-अलग होता है। हालंकि अलग केवल पाठ्यक्रम का ढांचा होता है जबकि मुख्य रुप से सभी संस्थानों में विषय लगभग सामन्य होते हैं। मुख्यतौर पर पढ़ाये जाने वाले विषयों की सूची नीचे दी गई है।

  • अनुप्रयुक्त रसायन विज्ञान
  • अनुप्रयुक्त भौतिकी
  • इंजीनियरिंग ग्राफिक्स
  • विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की मूल बातें
  • अनुप्रयुक्त और डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स
  • माइक्रोप्रोसेसर और माइक्रोकंट्रोलर
  • कंप्यूटर की मूल बातें
  • प्रोग्रामिंग फंडामेंटल्स
  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स
  • विद्युत इंजीनियरिंग सामग्री
  • इलेक्ट्रॉनिक युक्तियाँ एवं परिपथ
  • विद्युत मापन एवं यंत्र
  • पावर इलेक्ट्रॉनिक्स
  • एस्टीमेशन, कोस्टिंग और इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टिंग
  • औद्योगिक विद्युत प्रणाली
  • परियोजना कार्य व औद्योगिक प्रशिक्षण
  • इलेक्ट्रिक मोटर नियंत्रण
  • इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग लैब के मूल सिद्धांत
  • विद्युत उत्पादन प्रणालियों का परिचय प्रयोगशाला
  • विद्युत डिजाइन अनुमान और लागत

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं

डिप्लोमा में प्रवेश के लिए कई राज्य सरकारें प्रवेश परीक्षा आयोजित करती हैं जिन्हे पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा कहा जाता है। इसके अलावा कुछ निजी संस्थान अपनी खुद की डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। यहां पर कुछ प्रमुख राज्य स्तरीय और निजी प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी जा रही है।

  • JEECUP (Joint Entrance Examination Council UP)
  • TS POLYCET (Telangana State Polytechnic CET)
  • Delhi CET (Department of Training & Technical Education, Delhi)
  • TNPOTE (Tamil Nadu Polytechnic Admission)
  • CGPAT (Chhattisgarh Pre Agriculture Test)
  • West Bengal JEXPO (Joint Entrance Exam for Polytechnic)
  • UBTER JEEP (Uttarakhand Polytechnic)
  • Jharkhand PECE (Polytechnic Entrance Competitive Examination)
  • Tripura Polytechnic Entrance Exam
  • Gujarat ACPDC Diploma Admission
  • AP POLYCET (Andhra Pradesh Polytechnic Common Entrance Test)
  • HP PAT (Himachal Pradesh Polytechnic Admission Test)
  • BCECEB (Bihar Combined Entrance Competitive Examination Board)
  • VIT Polytechnic Entrance Exam
  • Hindustan University Polytechnic Entrance Test
  • Amity University Polytechnic Entrance Exam

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग प्रमुख संस्थान

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा में प्रवेश के लिए नीचे कुछ प्रमुख राज्यों के संस्थानों की सूची दी गई है। दिए गए संस्थान अलग-अलग राज्यों के सबसे प्रमुख संस्थानों में से हैं। वर्तमान समय में लगभग देश के हर जिले में डिप्लोमा संस्थान उपलब्ध हैं। यहां पर कुछ सरकारी और निजी संस्थानों की सूची प्रदान की गई है।

  • Government Polytechnic, Mumbai
  • Government Polytechnic, Lucknow (उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा)
  • Government Polytechnic, Kanpur
  • Government Polytechnic, Bengaluru
  • Government Polytechnic, Pune
  • Government Polytechnic, Gandhinagar
  • Patna Polytechnic, Patna
  • Government Polytechnic, Coimbatore
  • Government Polytechnic, Nagpur
  • Government Polytechnic, Jodhpur
  • Government Polytechnic, Bhopal
  • Government Polytechnic, Varanasi
  • Government Polytechnic, Ghaziabad
  • Government Polytechnic, Muzaffarpur
  • Government Polytechnic, Darbhanga
  • Government Polytechnic, Raipur
  • Government Polytechnic, Thiruvananthapuram
  • Government Polytechnic, Kannur
  • Government Polytechnic, Indore
  • Government Polytechnic, Jaipur
  • Government Polytechnic, Kolkata
  • Government Polytechnic, Hyderabad
  • Government Polytechnic, Madurai
  • Government Polytechnic, Ranchi

इसे भी पढ़ें: मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग फीस

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा की फीस सरकारी पॉलिटेक्निक, निजी पॉलिटेक्निक और अन्य संस्थानों में अलग-अलग निर्धारित होती है। इस डिप्लोमा की फीस कई प्रकार की सुविधाओं और संस्थान की रैंकिंग के अनुसार ली जाती है। जिसमे ट्यूशन फीस, हॉस्टल शुल्क, मेस शुल्क, परीक्षा शुल्क, लाइब्रेरी फीस, लैब फीस और अन्य फीस शामिल होती है। अनुमानित ट्यूशन फीस की जानकारी नीचे दी गई है। लेकिन ध्यान रहें यह केवल एक अनुमानित फीस की जानकारी है।

संस्थान का प्रकार वार्षिक फीस (INR) कुल फीस (3 वर्ष)
सरकारी पॉलिटेक्निक ₹10,000 – ₹20,000 ₹30,000 – ₹60,000
निजी पॉलिटेक्निक ₹18,000 – ₹1,00,000 ₹54,000 – ₹3,00,000
प्रीमियम निजी संस्थान ₹1,00,000+ ₹3,00,000+

डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करियर विकल्प

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद विभिन्न करियर विकल्प हैं क्योंकि बिजली का क्षेत्र लगभग हर जगह फैला हुआ है इसी कारण एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के पास नौकरी के अवसरों की कोई कमी नहीं होती है। इस डिप्लोमा के बाद मुख्य रूप से तीन करियर विकल्प उपलब्ध हैं पहला विकल्प नौकरी, दूसरा उच्च शिक्षा और तीसरा स्वरोजगार। नीचे तीनों विकल्पों को समझाया गया है।

नौकरी के अवसर:

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद सरकारी और निजी दोनों ही क्षेत्र में नौकरी के विभिन्न पदों पर अवसर प्राप्त हो सकते हैं। नीचे कुछ प्रमुख नौकरियों की जानकारी दी जा रही है।

  • सरकारी क्षेत्र: राज्य विद्युत बोर्ड (UPPCL, MSEB, MPEB), ONGC, NHPC, Coal India, Power Grid, IOCL, NTPC, BHEL, भारतीय रेलवे (जूनियर इंजीनियर, टेक्निशियन, लोको पायलट), रक्षा सेवाएं (इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स) आदि।
  • निजी क्षेत्र: पावर प्लांट्स, विनिर्माण उद्योग, कंस्ट्रक्शन जैसे क्षेत्रों में अवसर।
  • जॉब प्रोफाइल और भूमिकाएँ: जूनियर इंजीनियर (JE), इलेक्ट्रिकल ड्राफ्ट्समैन, टेस्टिंग इंजीनियर, मैंटेनेंस सुपरवाइजर, इलेक्ट्रिकल टेक्निशियन और स्कैडा ऑपरेटर आदि।

उच्च शिक्षा के विकल्प:

  • बीटेक/बीई में लेटरल एंट्री पर प्रवेश ले सकते हैं।
  • डिप्लोमा धारक उम्मीदवार बीटेक/बीई इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष में ECET, LEET परीक्षा के माध्यम से प्रवेश ले सकते हैं।

स्वरोजगार:

  • इलेक्ट्रिकल मरम्मत की दुकान
  • इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टिंग
  • सोलर पैनल इंस्टालेशन करने का व्यवसाय
  • खुद की इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकान
  • इलेक्ट्रिक उपकरण रिपेयरिंग दुकान

इसे भी पढ़ें: कंप्यूटर साइंस डिप्लोमा कोर्स पूरी जानकारी

निष्कर्ष:

आज के समय पर लगभग हर सेक्टर में बिजली यानी इलेक्ट्रिक की जरुरत है ऐसे में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर रुप में करियर स्थापित करना बेहतर निर्णय हो सकता है। डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग एक प्रभावशाली और व्यावहारिक तकनीकी कोर्स है। 10वीं के बाद कम समय में इलेक्ट्रिक इंजीनियर बनने का सपना इस डिप्लोमा कोर्स के द्वारा पूरा किया जा सकता है।

इस डिप्लोमा के बाद न केवल सरकारी व निजी क्षेत्रों में करियर अवसर के विकल्प हैं बल्कि आप स्वरोजगार का रास्ता चुनकर अपने भविष्य में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आज इस लेख में हमने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स से संबंधित सभी पहलुओं को जाना है। हम उम्मीद करते हैं कि जिस जानकारी को प्राप्त करने के लिए आप इस लेख में आए वो जानकारी जरूर मिली होगी। धन्यवाद !

कुछ संबंधित प्रश्न: FAQs

क्या मैं 10वीं के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कर सकता हूं?

जी हाँ, आप बिल्कुल 10वीं के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बन सकते हैं उसके लिए आपको डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स करना होगा जो मुख्य रूप से 3 वर्ष का होता है।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कितने साल का होता है?

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा कुल 3 वर्ष का होता है जिसमे कुल 6 सेमेस्टर होते हैं।

इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा के लिए योग्यता क्या है?

यदि आप इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा करना चाहते हैं तो 10वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसके अलावा 10वीं में गणित और विज्ञान विषय होना बेहद जरूरी है।

इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा करने के बाद क्या करें?

इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा करने के बाद आप नौकरी के अवसर सरकारी और निजी दोनों ही क्षेत्रों में प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आप उच्च शिक्षा के लिए आगे की पढ़ाई या फिर स्वरोजगार को अपना सकते हैं।

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