BPT Course: बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स: पात्रता, प्रवेश, सिलेबस, करियर

BPT Course: हेल्थकेयर आज के समय में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है, और इस क्षेत्र में सिर्फ डॉक्टर और नर्स की जरूरत के अलावा भी कई पेशेवरों की मांग बढ़ रही है। यदि आपको लोगों की मदद करने और जीवन के गुणवत्ताओं में सुधार लाने जैसे कार्य पसंद हैं, और मेडिकल क्षेत्र में बेहतर करियर की तलाश में हैं तो बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (Bachelor of Physiotherapy – BPT) कोर्स एक बेहतरीन करियर विकल्प हो सकता है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए है, जो मेडिकल क्षेत्र में करियर तो बनाना चाहते हैं लेकिन डॉक्टर (MBBS) या डेंटिस्ट (BDS) नहीं बनना चाहते हैं।

फिजियोथेरेपी स्वास्थ्य सेवा का वो अभिन्न हिस्सा है, जो सर्जरी, दवाओं पर बिना निर्भर किए केवल शारीरिक गतिविधि और फंक्शन को पुनर्स्थापित करने पर केंद्रित है। आज इस हिंदी ब्लॉग लेख में हम बीपीटी (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) कोर्स से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा करने वाले हैं, जिसमे आप योग्यता, सिलेबस, प्रवेश प्रक्रिया, आवेदन प्रक्रिया, शीर्ष संस्थान, फीस और करियर विकल्पों को विस्तार से जानेंगे।

BPT Course

कोर्स विवरण बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी
अवधि 4 साल
पात्रता भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ 12वीं उत्तीर्ण
प्रवेश प्रक्रिया प्रवेश परीक्षा / मेरिट आधारित
करियर क्लिनिकल फिजियोथेरेपिस्ट, कम्युनिटी फिजियोथेरेपिस्ट, न्यूरोलॉजिकल फिजियोथेरेपिस्ट, रिसर्च और शिक्षण

Table of Contents

BPT Course: बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स क्या है?

बीपीटी (Bachelor of Physiotherapy) एक अंडरग्रेजुएट (UG) मेडिकल कोर्स है, जिसकी अवधि 4.5 साल होती है। इस कोर्स में छात्रों को चिकित्सक संबंधी जैसे मानव शरीर रचना विज्ञान (Human Anatomy), शारीरिक क्रिया विज्ञान (Physiology) और विभिन्न थेरेप्यूटिक तकनीकों का ज्ञान दिया जाता है। इस 4.5 वर्षीय कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को एक्सरसाइज, मैनुअल थेरेपी, इलेक्ट्रिकल थैरेपी, अल्ट्रासाउंड और अन्य शारीरिक गतिविधियों के उपचार रिहैबिलिटेशन तकनीकों से कर सकें।

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स क्यों करें?

बीपीटी चुनना न केवल शैक्षणिक डिग्री प्रदान करता है बल्कि स्वास्थ्य सेवा उद्योग संबंधित कई बेहतर करियर विकल्प के अवसर भी देता है। यह एक ऐसा कोर्स है, जो पेशेवर संतुष्टि, मानवीय सेवा और वैज्ञानिक चुनौती का अनूठा मेल प्रस्तुत करता है। ऐसे कई प्रमुख कारण है, जिनकी वजह से एक छात्र को बीपीटी कोर्स जरूर चुनना चाहिए।

  • करियर में विविधता: बीपीटी कोर्स करियर में ऐसे कई अवसर प्रदान करता है, जिन्हे प्राप्त करके आप एक संतुष्टिदायक बेहतरीन भविष्य बना सकते हैं। हॉस्पिटल, स्पोर्ट्स टीम, रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्राइवेट क्लिनिक और फिटनेस सेंटर जैसे करियर बेहतर उदाहरण हैं।
  • समाज की सेवा: यह कोर्स केवल पैसा कमाने तक स्थिर नहीं है बल्कि मरीजों की जिंदगी में सुधार लाने के साधन भी है। किसी व्यक्ति को दुर्घटना, पैरालिसिस और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर आपके द्वारा ठीक होने में एक अलग ही संतुष्टि मिलती है।
  • अच्छी सैलरी और ग्रोथ: बीपीटी कोर्स करने के बाद शुरुआती समय में ₹25,000 – ₹40,000 महीने की सैलरी मिलने की संभावना कई गुना होती है। इसके अलावा जैसे-जैसे व्यक्ति का अनुभव बढ़ता है, उसकी सैलरी में भी बेहतर बढ़ोतरी होने लगती है।
  • सुरक्षित भविष्य और स्थिरता: वर्तमान समय में ही मेडिकल क्षेत्र इतनी तेजी से विकसित हो रहा है, और आने वाले समय में कई गुना तेजी से बढ़ेगा। यही कारण है कि बीपीटी कोर्स भविष्य के लिए एक स्थिर और सुरक्षित करियर विकल्प है।

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स पात्रता

बीपीटी (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) कोर्स करने के लिए छात्र को निम्न पात्रताओं को पूरा करना जरूरी है। इस कोर्स से संबंधित प्रमुख मानदंडों की विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है।

शैक्षणिक योग्यता:

  • छात्र किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं उत्तीर्ण हो।
  • 12वीं में भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), और जीव विज्ञान (Biology) विषय होना अनिवार्य है।

न्यूनतम अंक:

  • अधिकांश संस्थानों में न्यूनतम 50% अंक लागू होते हैं।
  • आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के छात्रों को अधिकांश संस्थानों में अंकों में छूट प्रदान की जाती है।

आयु सीमा:

  • प्रवेश के समय छात्र की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
  • अधिकांश राज्यों के संस्थानों में कोई अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं होती है, हालांकि कुछ सरकारी संस्थानों में 25 वर्ष निर्धारित हो सकती है।

प्रवेश प्रक्रिया:

बीपीटी में प्रवेश मुख्यतः प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है, हालांकि कुछ निजी संस्थान 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट आधारित प्रवेश भी देते हैं।

प्रवेश परीक्षा: बीपीटी कोर्स में दाखिला लेने के लिए प्रति वर्ष कई राज्य और निजी विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। इन परीक्षाओं का उद्देश्य ऐसे छात्रों का आकलन करना है, जो बीपीटी में प्रवेश के लिए उचित हों। इसकी प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है।

  • संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट में जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरें।
  • प्रवेश परीक्षा (एडमिड कार्ड) जारी होने के बाद डाउनलोड करें।
  • प्रवेश परीक्षा दें।
  • परिणाम आने के बाद काउंसलिंग के लिए आवेदन करें।
  • मेरिट लिस्ट आने के बाद दस्तावेज सत्यापन और कोर्स की फीस जमा करें।

मेरिट आधारित प्रवेश: कई निजी संस्थान बीपीटी कोर्स में प्रवेश हेतु मेरिट मेरिट के आधार पर छात्रों का चयन करते हैं। मेरिट द्वारा प्रवेश पाने के लिए 12वीं में अंकों का बेहतर होना अनिवार्य है, क्योंकि मेरिट लिस्ट 12वीं के अंकों के आधार पर तैयार की जाती है। मेरिट आधारित प्रवेश प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है।

  • ऑनलाइन फॉर्म भरें या संस्थान में जाकर ऑफलाइन फॉर्म भरके जमा करें।
  • मेरिट लिस्ट आने की प्रतीक्षा करें।
  • मेरिट जारी होने के बाद दस्तावेज सत्यापन और कोर्स की फीस जमा करें।

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बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स आवेदन प्रक्रिया

जैसा की पहले बताया है कि बीपीटी में प्रवेश दो तरीकों से होता है प्रवेश परीक्षा और मेरिट आधारित। इस कोर्स में प्रवेश हेतु आवेदन प्रक्रिया बहुत ही सरल और आसान है। नीचे कुछ स्टेप दिए गए हैं, जिन्हे समझ कर आप आवेदन कर कर सकते हैं।

  • योग्यता की जाँच: उस संस्थान या परीक्षा की आधिकारिक वेबसाइट में जाएँ, जिसमे आप प्रवेश लेना चाहते हैं। देखें कि बीपीटी में प्रवेश के लिए सभी आवश्यक पात्रताएँ आपके पास है की नहीं।
  • ऑनलाइन पंजीकरण: जिस संस्थान या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से बीपीटी में प्रवेश लेना चाहते हो, उसकी आधिकारिक वेबसाइट में जाकर पहले ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करें। जिसमे व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भरें।
  • आवेदन फॉर्म भरें: पंजीकरण करने के बाद अब आवेदन फॉर्म भरें, जिसमे शैक्षणिक विवरण (10वीं/12वीं के अंक), आधार कार्ड, परीक्षा शहर (प्रवेश परीक्षा के लिए), महत्वपूर्ण दस्तावेज (पासपोर्ट साइज फोटो, हस्ताक्षर, 12वीं मार्कशीट स्कैन करके अपलोड) भरें।
  • आवेदन शुल्क: आवेदन फॉर्म भरने के बाद अब आवेदन शुल्क जमा करें, जिसे आप डेबिट/क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या UPI के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। ध्यान दें कि आवेदन शुल्क परीक्षा और संस्थान अनुसार अलग-अलग होती है।
  • आवेदन पत्र जमा करें: शुल्क भुगतान करने के बाद अब आवेदन फॉर्म जमा करें और प्रिंट सेव कर लें, क्योंकि प्रवेश के समय जरूरत पड़ सकती है।

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स सिलेबस

बीपीटी स्नातक कोर्स में छात्रों को फिजियोथेरेपी से संबंधित विभिन्न पहलुओं का ज्ञान दिया जाता है। इस कोर्स में केवल थ्योरी द्वारा व्यापक ज्ञान ही नहीं, विभिन्न व्यावहारिक कौशलों को भी जोड़ा गया है। इस कोर्स का सिलेबस नीचे दिया गया है।

  • मानव शरीर रचना
  • बायोमैकेनिक्स
  • मूल नर्सिंग
  • रोग विज्ञान
  • प्रणालीगत पैथोलॉजी
  • जीव रसायन
  • फिजियोथेरेपी का परिचय
  • मनोविज्ञान
  • English & Communication Skills
  • इलेक्ट्रोथेरेपी
  • फार्माकोलॉजी
  • काइन्सियोलॉजी
  • सामुदायिक चिकित्सा
  • जनरल सर्जरी
  • एक्सरसाइज थेरेपी
  • ऑर्थोपेडिक्स
  • पुनर्वास चिकित्सा
  • न्यूरोलॉजी
  • समुदाय-आधारित पुनर्वास
  • तंत्रिका संबंधी फिजियोथेरेपी
  • बुनियादी व्यायाम चिकित्सा
  • मनोविज्ञान, समाजशास्त्र
  • परियोजना कार्य और शोध प्रबंध

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स प्रवेश परीक्षा

भारत में बीपीटी कोर्स में प्रवेश हेतु छात्रों को पहले प्रवेश परीक्षा देना ही होता है, जिसके लिए प्रति वर्ष राज्य और राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएँ आयोजित की जाती है। नीचे कुछ प्रमुख परीक्षाओं की जानकारी दी गई है, जो बीपीटी कोर्स में प्रवेश के लिए हैं।

  • NEET-UG (National Eligibility cum Entrance Test): मेडिकल क्षेत्र में NEET UG सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा है। भारत में लगभग 95% से अधिक मेडिकल और पैरामेडिकल कॉलेज बीपीटी में प्रवेश हेतु इसी प्रवेश परीक्षा को लागू करते हैं। यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा होती है, जिसे राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित किया जाता है।
  • IPU CET (Indraprastha University Common Entrance Test): गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (GGSIPU) अपने संबंधित संस्थानों में बीपीटी में प्रवेश के लिए इस परीक्षा को आयोजित करती है।
  • CMC Vellore Entrance Exam: Christian Medical College (CMC) Vellore संस्थान बीपीटी कोर्स में प्रवेश के लिए स्वयं अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है।
  • Manipal Entrance Test (MET): यह परीक्षा मणिपाल यूनिवर्सिटी द्वारा उसके संबंधित संस्थानों में बीपीटी, नर्सिंग और अन्य हेल्थ साइंस कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है।
  • UPCPMT (Uttar Pradesh Paramedical Entrance Test): उत्तर प्रदेश राज्य के मेडिकल और पैरामेडिकल कॉलेजों में बीपीटी कोर्स में प्रवेश लेने के लिए राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा।
  • राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएँ: भारत में कई राज्य बीपीटी में प्रवेश हेतु प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, ये परीक्षाएँ राजकीय स्तर की होती हैं।

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बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स शीर्ष संस्थान

भारत में बीपीटी कोर्स में प्रवेश लेने के लिए कई प्रतिष्ठित संस्थान हैं, सरकारी और निजी संस्थानों की सूची नीचे दी गई है।

शीर्ष सरकारी संस्थान:

  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), नई दिल्ली
  • किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU), लखनऊ
  • जवाहरलाल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (JIPMER), पुदुचेरी
  • सरकारी मेडिकल कॉलेज, नागपुर
  • सेठ जी.एस. मेडिकल कॉलेज, मुंबई
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी
  • इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (IPGMER), कोलकाता

शीर्ष निजी संस्थान:

  • मणिपाल स्वास्थ्य व्यवसाय महाविद्यालय (MAHE), मणिपाल
  • श्री रामचंद्र उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, चेन्नई
  • डी.वाई. पाटिल विश्वविद्यालय, पुणे
  • सविता मेडिकल एवं टेक्निकल विज्ञान संस्थान, चेन्नई
  • एमिटी फिजियोथेरेपी संस्थान, नोएडा
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज (KMC), मणिपाल
  • एम. एस. रामैया मेडिकल कॉलेज, बैंगलोर

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स फीस

बीपीटी की फीस सभी संस्थानों में अलग-अलग होती है। इसकी फीस विभिन्न प्रकार की सुविधाओं और अन्य कारकों पर निर्भर है, जैसे छात्रवास शुल्क, मेस शुल्क, पुस्तकालय शुल्क और अन्य शुल्क। सरकारी और निजी संस्थानों में लगने वाली बीपीटी की अनुमानित फीस राशि नीचे दी गई है।

संस्थान का प्रकार सालाना फीस (₹) कुल फीस (4.5 साल)
सरकारी संस्थान ₹30,000 – ₹80,000 ₹80,000 – ₹4 लाख
निजी संस्थान ₹40,000 – ₹1.5 लाख ₹2 लाख – ₹6 लाख
हाई-एंड निजी संस्थान ₹70,000 से ₹3 लाख ₹4 लाख से ₹12 लाख

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स करियर विकल्प

बीपीटी (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) की डिग्री प्राप्त करने के बाद मेडिकल क्षेत्र में विभिन्न करियर विकल्प उपलब्ध हैं। यह एक ऐसा कोर्स है जो न सिर्फ आर्थिक रूप से स्थिर है बल्कि समाज सेवा का गहरा सुख भी देता है। नीचे कुछ विशेष करियर विकल्प उपलब्ध किए गए हैं।

  • क्लिनिकल फिजियोथेरेपिस्ट: अस्पताल, क्लिनिक में हड्डी, जोड़, मांसपेशी, न्यूरोलॉजिकल या कार्डियोपल्मोनरी मरीजों का इलाज करना।
  • पीडियाट्रिक फिजियोथेरेपिस्ट: बाल रोग हॉस्पिटल में बच्चों का के लिए विशेष उपचार और विकास संबंधी फिजियोथेरेपी में कार्य कर सकते हैं।
  • न्यूरोलॉजिकल फिजियोथेरेपिस्ट: अस्पतालों में सीनियर डॉक्टर के साथ मस्तिष्क और नसों से जुड़ी समस्याओं का इलाज करने में सहायक के रूप में करियर।
  • स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट: खेल स्वास्थ्य विभाग में खिलाड़ियों को लगी चोट का इलाज करने के रूप में कार्य कर सकते हैं।
  • पुनर्वास केंद्रों में फिजियोथेरेपिस्ट: नशा मुक्ति केंद्र में जीवन की गुणवत्ता में सुधार, दैनिक गतिविधियों में स्वतंत्रता हासिल करने जैसे कार्य।
  • एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी): बीपीटी स्नातक करने के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) कोर्स कर सकते हैं।

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बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स सैलरी

बीपीटी करने के बाद एक फिजियोथेरेपी की सैलरी उसके कार्य, अनुभव और स्थान पर निर्भर करती है। नीचे क्षेत्र अनुसार अनुमानित सैलरी की संरचना दी गई है।

कार्य क्षेत्र वार्षिक सैलरी (₹)
हॉस्पिटल, क्लिनिक, रिहैबिलिटेशन ₹1.5 – ₹3.5 लाख
निजी अस्पताल / क्लिनिक ₹4 – ₹12 लाख
सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट ₹6 – ₹16 लाख
कॉर्पोरेट सेक्टर ₹4.5 – ₹6.5 लाख
सरकारी अस्पताल ₹3.5 – ₹5.0 लाख

निष्कर्ष:

बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT) एक प्रोफेशनल और भविष्य-संपन्न कोर्स है, जो छात्रों को हेल्थकेयर और मेडिकल फील्ड में करियर बनाने का अवसर देता है। इस कोर्स में छात्रों को शारीरिक गति विज्ञान संबंधित विषय जैसे नाटॉमी, फिजियोलॉजी, एक्सरसाइज थेरेपी, न्यूरोलॉजी और कार्डियोपल्मोनरी सब कवर किए जाते हैं। इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को मेडिकल क्षेत्र में फिजियोथेरेपी संबंधित व्यापक प्रशिक्षण प्रदान करना है।

आज इस लेख में हमने बीपीटी कोर्स के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की है, जिसमे हमने बताया है कि बीपीटी कोर्स क्या है और क्यों करें? इसके अलावा इस कोर्स में प्रवेश के लिए शैक्षणिक योग्यता, फीस, प्रवेश और आवेदन प्रक्रिया क्या है। उम्मीद है कि लेख में दी गई जानकारी लाभकारी जरूर रही होगी और यदि बीपीटी से संबंधित कोई समस्या अभी भी है, तो आप कमेंट में हमसे पूछ सकते हैं। धन्यवाद !

कुछ संबंधित प्रश्न: FAQs

क्या बीपीटी डॉक्टर की डिग्री है?

बीपीटी (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) पूर्ण रूप से डॉक्टर की डिग्री नहीं है, क्योंकि एक डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस (MBBS) या बीडीएस (BDS) कोर्स करना होता है। बीपीटी कोर्स करने के बाद केवल फिजियोथेरेपी बनते हैं।

BPT करने के क्या फायदे हैं?

बीपीटी करने के बाद एक बेहतर स्थिर और सम्मानजनक करियर मिलता है, इतना ही नहीं आप लोगों की सेहत सुधारने और समाज की सेवा करने के मौके प्राप्त कर सकते हैं।

क्या बीपीटी दवा लिख ​​सकता है?

नहीं, दवा लिखने का कार्य एक डॉक्टर का होता है आप बीपीटी कोर्स करने के बाद डॉक्टर नहीं, बल्कि थेरेपी, शारीरिक व्यायाम, अल्ट्रासाउंड, हीट थेरेपी और इलेक्ट्रोथेरेपी जैसे कार्य के लिए नियुक्त किए जाते हो।

बीपीटी के बाद क्या करियर विकल्प हैं?

बीपीटी करने के बाद रोजगार के अवसर ढूंढने का बेहतर मौका होता है, या फिर उच्च शिक्षा के लिए एमपीटी (मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी) कोर्स कर सकते हैं।

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