होटल मैनेजमेंट वर्तमान समय में एक तेजी से बढ़ता से हुआ विकसित करियर विकल्प बनता जा रहा है। यह हॉस्पिटैलिटी सेक्टर का एक बहुत ही रोमांचक क्षेत्र है। आज के समय में अधिकांश युवा होटल क्षेत्र में करियर अवसर प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं। यदि आपने अभी-अभी 12वीं उत्तीर्ण किया है और आप भी होटल क्षेत्र में करियर बनाने की योजना बना रहे हैं तो यह लेख खास आपके लिए है। क्योंकि इस लेख में हम 12वीं उत्तीर्ण छात्रों के लिए एक ऐसे कोर्स का विवरण करने वाले हैं जो जल्दी नौकरी और बेहतर कौशल ज्ञान प्रदान कर सकता है।
लेख में आज हम होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा (Hotel Management Diploma) कोर्स की संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। यह कोर्स न केवल होटल सेक्टर में करियर बनाने के लिए प्रमाणपत्र प्रदान करता है बल्कि बेहतर तकनीकी और सॉफ्ट कौशलों का ज्ञान भी देता है। आइये इस कोर्स से संबंधित जैसे होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा क्या है और क्यों करें। इसके अलावा जरूरी पात्रता, फीस, सिलेबस, प्रवेश प्रक्रिया, आवेदन प्रक्रिया, प्रवेश परीक्षाएं, संस्थान और करियर विकल्प क्या हैं।
कोर्स का नाम | डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट |
अवधि | 2-3 वर्ष |
कोर्स स्तर | डिप्लोमा |
पात्रता | मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 उत्तीर्ण |
प्रवेश प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा / मेरिट आधारित |
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा क्या है?
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा एक प्रोफेशनल कोर्स है, जिसकी अवधि 3 वर्ष की होती है। यह कोर्स 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पर्यटन उद्दोग से संबंधित कौशलों और अन्य विभिन्न पहलुओं जैसे कि ऑपरेशन, प्रबंधन और सेवा देने जैसे कार्यों को सिखाना है।
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स के दौरान छात्रों को होटल- रेस्टोरेंट संचालन करने, फूड प्रोडक्शन, कुकिंग तकनीक, ग्राहकों की सेवा करना, खाने-पीने की बेहतर सर्विस देना, फ्रंट ऑफिस मैनेजर कार्य, मेहमानों की देख-रेख करना, मार्केटिंग, अकाउटिंग और साफ- सफाई पर ध्यान देने जैसे कार्यों को करने की बारीकियां सिखाई जाती हैं।
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा क्यों करें?
इस डिप्लोमा कोर्स को करने के पीछे कई ठोस और लाभकारी कारण हैं। यदि आपको होटल मैनेजमेंट कोर्स को करने की इच्छा है और आप सोच रहे हो कि ये कोर्स आखिर क्यों करना चाहिए तो नीचे कुछ प्रमुख कारणों को स्पष्ट किया गया है।
- जल्दी करियर बनाने का मौका: इस कोर्स की अवधि स्नातक कोर्स (बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट) की तुलना में कम है। यदि कारण है कि अधिकतर छात्र स्नातक कोर्स न चुन कर डिप्लोमा कोर्स चुनते हैं। यह कोर्स कम समय में जल्दी करियर बनाने का मौका प्रदान करता है।
- व्यावहारिक कौशल सीखना: स्नातक कोर्स के मुकाबले इस कोर्स में छात्रों को थ्योरी से ज्यादा कौशलों को सिखाने पर जोर दिया जाता है। कोर्स के दौरान सिखाया जाता है जैसे मेहमानों और ग्राहकों को बेहतर तरीके से सेवा देना, स्वादिष्ट खाना बनाना, होटल के रोजमर्रा के कार्यों को संभालना, होटल की मार्केटिंग करना और हाउसकीपिंग के कार्य।
- नौकरी के सुनहरे अवसर: होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स करने के बाद कई क्षेत्रों में नौकरी के बेहतर अवसर प्राप्त हो सकते हैं। कुछ प्रचलित नौकरियां जैसे होटल्स, रिसॉर्ट्स, एयरलाइंस, ट्रैवल एजेंसी, क्रूज़ शिप्स, मल्टीनेशनल कंपनियों के कैंटीन में और फूड एंड बेवरेज कंपनियों में आसानी से मिलने संयोग हो सकते हैं।
- बेहतर भविष्य: होटल सेक्टर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और आने वाले समय में और भी ज्यादा विकास होने की संभावना है क्योंकि आज के समय में पर्यटन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि आने वाले समय में एक अनुभवी होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा धारी की मांग बढ़ सकती है।
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा पात्रता
यदि आप होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा में प्रवेश लेना चाहते हो तो इस कोर्स से संबंधित पात्रताएं होनी अनिवार्य है। इस कोर्स में लागू होने वाली योग्यता विभिन्न संस्थानों/कॉलेजों के अनुसार थोड़ा अलग हो सकती है। बाकी अधिकांश संस्थानों में अनिवार्य होने वाले मानदंड नीचे दिए गए हैं।
शैक्षणिक योग्यता:
- न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
- छात्र ने 12वीं किसी भी स्ट्रीम (Arts, Science or Commerce) में मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण किया हो।
- प्रतिष्ठित सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों और निजी संस्थानों में न्यूनतम अंक कम से कम 50% लागू करते हैं।
आयु सीमा:
- छात्र की न्यूनतम आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए।
- कई संस्थानों में अधिकतम आयु 25 वर्ष निर्धारित होती है।
- प्रतिष्ठित पॉलिटेक्निक संस्थानों में आरक्षित श्रेणियों (SC/ST/OBC) के छात्रों को आयु सीमा में छूट दी जाती है।
राष्ट्रीयता:
- अभ्यर्थी का भारतीय नागरिक (Indian Nationality) होना ज़रूरी है।
- कुछ प्रतिष्ठित निजी संस्थानों में NRI (Non-Resident Indian) या PIO (Person of Indian Origin) छात्रों को भी प्रवेश दिया जाता है लेकिन इनकी प्रवेश प्रक्रिया थोड़ी अलग होती है।
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा महत्वपूर्ण कौशल
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा करने के लिए केवल शैक्षणिक योग्यता ही जरूरी नहीं है। इस डिप्लोमा कोर्स को करने और होटल सेक्टर में जल्दी कामयाबी पाने के लिए छात्र के पास कुछ बुनियादी कौशलों का ज्ञान होना जरूरी है। नीचे कुछ प्रमुख कौशलों की सूची दी गई है जिन्हे आप जरूर सीख लें।
- अंग्रेजी भाषा का ज्ञान (क्योंकि होटल उद्योग एक ग्लोबल इंडस्ट्री है)
- स्पष्ट और प्रभावी बोलना
- किसी समस्या को तुरंत समझने और समाधान निकालने की क्षमता
- समय प्रबंधन
- सहानुभूति और धैर्य
- समूह में कार्य करने की क्षमता
- बुनियादी कंप्यूटर ज्ञान
- तनाव प्रबंधन
- व्यावसायिकता और उपस्थिति
- सोच समझ कर फैसला लेने की क्षमता
- ग्राहकों को समझने और समझाने की कला
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा प्रवेश प्रक्रिया
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने के मुख्यतः दो तरीके हैं मेरिट आधार और और प्रवेश परीक्षा के द्वारा। अधिकांश निजी संस्थान मेरिट के आधार पर या फिर सीधे (डायरेक्ट) प्रवेश देते हैं लेकिन यदि आप किसी सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थान में प्रवेश लेना चाहते हैं तो प्रवेश परीक्षा देना अनिवार्य है। आप अपनी योग्यता और पसंद अनुसार किसी एक प्रक्रिया को चुन सकते हैं।
- आवेदन: सबसे पहले राज्य की पॉलिटेक्निक या उस संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट में जाकर आवेदन करें।
- मेरिट आधारित प्रवेश: कुछ निजी संस्थान 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार करते हैं। मेरिट आधारित प्रवेश पाने के लिए 12वीं में अंकों का बेहतर होना बेहद जरुरी है ताकि मेरिट लिस्ट में उच्च स्थान मिले।
- प्रवेश परीक्षा: कई प्रतिष्ठित निजी संस्थान और राजकीय पॉलिटेक्निक (राज्य सरकार) प्रति वर्ष विभिन्न डिप्लोमा कोर्सों में प्रवेश हेतु प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। जिसके लिए छात्रों को पहले ऑनलाइन आवेदन करना होता है और फिर प्रवेश पत्र जारी होने के बाद प्रवेश परीक्षा देना होता है।
- परीक्षा परिणाम और कॉउंसलिंग प्रक्रिया: प्रवेश परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्रों को कॉउंसलिंग के लिए आवेदन करना होता है जिसमे संस्थान और कोर्स (होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा) चुनना होता है। कॉउंसलिंग की प्रक्रिया कई चरणों में होती है।
- सीट आवंटित: कॉउंसलिंग प्रक्रिया में प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर छात्रों की मेरिट लिस्ट बनाई जाती है। जिन छात्रों का नाम मेरिट में आ जाता है उन्हें सीट आवंटित कर दी जाती है।
- दस्तावेज सत्यापन और फीस: अंत में छात्र के सभी प्रमुख दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है और कोर्स की फीस भी जमा करना होता है।
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा आवेदन प्रक्रिया
यदि आप होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आवेदन प्रक्रिया नीचे स्टेप-बाय-स्टेप दी गई है।
- नोटिफिकेशन देखें: आप जिस संस्थान या राज्य स्तरीय पॉलिटेक्निक में प्रवेश चाहते हैं उसकी आधिकारिक वेबसाइट में जाकर नोटिफिकेशन देखें कि प्रवेश फॉर्म जारी हुआ है की नहीं।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: वेबसाइट में जाकर आवेदन के लिए पहले रजिस्टेशन करें जिसमे अपना नाम, मोबाइल नंबर, पता, ईमेल आईडी और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भरें। इसके बाद आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- आवेदन फॉर्म भरें: रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड से लॉगिन करें फिर आप व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षणिक विवरण, निवास पता सही-सही भरें।
- दस्तावेज अपलोड: सभी प्रमुख दस्तावेज जैसे 12वीं की मार्कशीट, पासपोर्ट आकार फोटो, हस्ताक्षर, आधार कार्ड और जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) सभी को स्कैन करके अपलोड करें।
- आवेदन शुल्क: आवेदन शुल्क जमा करें जिसकी राशि ₹200 से ₹1500 तक होती है।
- फॉर्म जमा और प्रिंट: सब कुछ करने के बाद अंत में फॉर्म को जमा कर दें और आवेदन फॉर्म का प्रिंट सेव कर लें क्योंकि प्रवेश के समय जरूरत पड़ेगी।
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा सिलेबस
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स का सिलेबस संस्थान और राज्य अनुसार अलग-अलग हो सकता है। लेकिन अधिकांश राज्यों के पॉलिटेक्निक में विषय एक जैसे ही होते हैं। इस कोर्स का सिलेबस दो हिस्सों में बंटा होता है थ्योरी और प्रैक्टिकल। होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा में कुल 6 सेमेस्टर होते हैं और नीचे उन विषयों सभी विषयों की सूची दी गई है जो अधिकांश संस्थानों और पॉलिटेक्निक में लागू होते हैं।
- बुनियादी खाद्य उत्पादन
- फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन
- फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन
- प्रबंधन के सिद्धांत
- विपणन बिक्री प्रबंधन
- फूड प्रोडक्शन
- होटल अकाउंटिंग और फाइनेंस
- होटल लॉ और एथिक्स
- कम्युनिकेशन स्किल्स और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट
- फूड एंड बेवरेज सर्विस
- हॉस्पिटैलिटी अकाउंटिंग
- हॉस्पिटैलिटी मार्केटिंग
- मानव संसाधन प्रबंधन
- बुनियादी खाद्य और पेय सेवा
- लेखा के सिद्धांत
- गुणवत्तापूर्ण खाद्य उत्पादन
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा प्रमुख प्रवेश परीक्षाएँ
कई संस्थान और राज्य सरकारें होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा में प्रवेश हेतु प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। कुछ परीक्षाएँ राष्ट्रीय स्तर और कुछ राज्य स्तरीय होती हैं। नीचे सभी प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गई है।
राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएँ:
- NCHMCT JEE (National Council for Hotel Management & Catering Technology Joint Entrance Exam)
- IIHM eCHAT (International Institute of Hotel Management e-Common Hospitality Admission Test)
- AIHMCT WAT (Army Institute of Hotel Management & Catering Technology Written Admission Test)
- Christ University Entrance Test – Hotel Management
- GNIHM JET (Guru Nanak Institute of Hotel Management Joint Entrance Test)
- LPUNEST (Lovely Professional University National Entrance and Scholarship Test)
राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएँ:
- AP POLYCET (Andhra Pradesh Polytechnic Common Entrance Test)
- JEECUP (UPJEE – Uttar Pradesh Joint Entrance Examination for Polytechnic)
- WBJEE JEHOM (West Bengal Joint Entrance Examination for Hotel Management)
- Bihar DCECE (Bihar Diploma Certificate Entrance Competitive Examination)
- TS POLYCET (Telangana State Polytechnic Common Entrance Test)
- Jharkhand PECE (Polytechnic Entrance Competitive Examination)
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा प्रमुख संस्थान
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने के लिए भारत में कई प्रसिद्ध संस्थान हैं। कुछ संस्थान राष्ट्रीय स्तर IHM (Institute of Hotel Management), राज्य स्तरीय पॉलिटेक्निक संस्थान और निजी संस्थान उपलब्ध हैं। नीचे सभी प्रतिष्ठित संस्थानों की सूची दी गई है।
केंद्रीय IHM संस्थान:
- IHM (Institute of Hotel Management), Pusa, Delhi
- IHM (Institute of Hotel Management), Bengaluru
- IHM (Institute of Hotel Management), Mumbai
- IIHM (International Institute of Hotel Management)
- IHM Kolkata
- IHM Lucknow
- IHM Gandhinagar
- IHM Jaipur
राज्य स्तरीय संस्थान:
- Government Polytechnic, Lucknow
- Government Polytechnic, Mumbai
- Delhi College of Hotel Management (DCHM), Delhi
- Government Polytechnic, Jaipur
- Government Polytechnic, Bengaluru
- Government Polytechnic, Pune
निजी संस्थान:
- Apeejay Institute of Hospitality, Navi Mumbai & Greater Noida
- Parul University, Vadodara
- SRM Institute of Hotel Management, Chennai
- CMS Polytechnic College, Bengaluru
- BNG Polytechnic Institute of Hotel Management, Kolkata
- Dr. D.Y. Patil Institute of Hotel Management, Pune
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा फीस
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा की फीस सभी संस्थानों में अलग-अलग होती है। इस कोर्स की फीस की राशि विभिन्न प्रकार की सुविधाओं और अन्य जैसे परीक्षा शुल्क, छात्रावास शुल्क, मेस शुल्क, पुस्तकालय शुल्क और अन्य शुल्क। विभिन्न संस्थानों के प्रकार अनुसार फीस की एक अनुमानित जानकारी नीचे दी गई है। लेकिन ध्यान दें कि ये केवल एक अनुमानित फीस है।
संस्थान का प्रकार | अनुमानित कुल फीस (₹) |
सरकारी पॉलिटेक्निक | ₹ 70,000 – ₹ 1,20,000 |
IHM (सरकारी) | ₹50,500 – ₹90,000 |
निजी संस्थान | ₹ 80,000 – ₹ 2,50,000 |
विश्वविद्यालय | ₹1,50,000 – ₹2,00,000 |
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा करियर विकल्प
इस डिप्लोमा कोर्स को करने के बाद विभिन्न प्रकार के करियर विकल्प उपलब्ध हैं। आप इस डिप्लोमा के बाद नौकरी की तलाश कर सकते हैं या फिर आगे की पढ़ाई के लिए उच्च शिक्षा का विकल्प चुन सकते हैं। नीचे कुछ प्रमुख करियर विकल्पों की सूची दी गई है।
- फूड प्रोडक्शन: इस क्षेत्र में आप बेकर, शेफ, किचन मास्टर और कन्फेक्शनर जैसे कार्य कर सकते हैं।
- फूड और बेवरेज मैनेजर: रेस्तरां, कैफे और होटल के खाने-पीने की जिम्मेदारी को संभालना।
- कैटरिंग मैनेजर: विभिन्न शादियों, पार्टियों और अन्य इवेंट्स में खानपान सेवा का आयोजन और प्रबंधन करना।
- एयरलाइन इंडस्ट्री: ग्राउंड स्टाफ, क्रूज लाइनर और कैबिन क्रू।
इसे भी पढ़ें: बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट क्या है और कैसे करें?
अन्य करियर:
- ट्रैवल और टूरिज्म एग्जीक्यूटिव
- होटल मालिक
- इवेंट मैनेजर
- रेस्तरां का संचालन
- हाउसकीपिंग मैनेजर
- रिटेल सेक्टर
उच्च शिक्षा के अवसर:
होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा करने के बाद आप उच्च शिक्षा के अवसर भी प्राप्त कर सकते हैं।
- बैचलर डिग्री कोर्स: B.Sc. in Hospitality and Hotel Administration, BBA in Hospitality Management, B.A. in Hotel Management और BHM-Bachelor of Hotel Management आदि।
- सर्टिफिकेट कोर्स: फूड प्रोडक्शन, इवेंट मैनेजमेंट, होटल फ्रंट ऑफिस मैनेजमेंट और हॉस्पिटैलिटी मार्केटिंग और बिजनेस मैनेजमेंट आदि।
निष्कर्ष:
आज इस लेख में आपने जाना है कि होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स क्या होता है और इसे 12वीं के बाद कैसे कर सकते हैं। दोस्तों होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स आज अधिकांश छात्रों का पसंदीदा कोर्स बन गया है। क्योंकि आने वाले भविष्य में इस कोर्स की और इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए अनुभवी लोगों की मांग में बढ़ोतरी होने की संभावना कई गुना है। यदि आप ऐसे छात्र हैं जो ट्रैवल, होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री जैसे क्षेत्रों में रोजगार पाने के सपने देख रहे हैं तो इस कोर्स को जरूर चुनें। यह कोर्स न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी बेहतर करियर अवसर प्रदान करता है।
बाकी हम उम्मीद करते हैं कि आप इस कोर्स से संबंधित जो भी जानकारी प्राप्त करना चाहते है वो इस लेख में अवश्य मिली होगी। यदि आप इस कोर्स को लेकर किसी समस्या से चिंतित हैं तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं। आपकी समस्या दूर करने की पूरी कोशिश की जाएगी। धन्यवाद !
कुछ संबंधित प्रश्न: FAQs
12वीं के बाद होटल मैनेजमेंट कोर्स कितने साल का होता है?
यदि आप 12वीं के बाद होटल मैनेजमेंट कोर्स करना चाहते हैं तो डिप्लोमा कोर्स की अवधि 3 वर्ष और स्नातक डिग्री कोर्स की अवधि 3-4 वर्ष की होती है। वहीं सेर्टिफिकेट कोर्स केवल 6 महीने से लेकर 1 तक तक के ही होते हैं।
होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा क्या होता है?
होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा एक 3 वर्षीय कोर्स होता है। जिसमे छात्रों को होटल सेक्टर से संबंधित कौशलों का ज्ञान दिया जाता है।
होटल मैनेजमेंट करने के बाद क्या करें?
होटल मैनेजमेंट कोर्स यदि डिप्लोमा में किया है तो आप स्नातक कोर्स बीएचएम (बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट) कर सकते हैं इसके अलावा आप होटल मैनेजर, रेस्टोरेंट मैनेजर, इवेंट कोऑर्डिनेटर और फूड एंड बेवरेज मैनेजर जैसे कई पदों पर नौकरी कर सकते हैं।