O Level Computer Course: आज के इस डिजिटल युग में कंप्यूटर ज्ञान केवल नौकरी तक सीमित नहीं है, बल्कि एक विशिष्ट कौशल के रूप में करियर की नींव बन चुका है। एक शानदार भविष्य जिसमे छात्र सरकारी नौकरी, आईटी सेक्टर या किसी डिजिटल कार्यक्षेत्र में रोजगार के अवसर प्राप्त करने का सपना देख रहे हैं, उन छात्रों के लिए “ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स” एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यह कोर्स खासतौर पर ऐसे छात्रों के लिए होता है, जो 12वीं के बाद ऐसे कंप्यूटर कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं जिसमे बेसिक से एडवांस स्तर का ज्ञान प्राप्त हो।
आज इस ब्लॉग लेख में हम ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स के उन सभी पहलुओं के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हे हर उस छात्र को समझना जरूरी है, जो ओ लेवल कोर्स करने के बारे में सोच सोचते हैं। ओ लेवल क्या होता है? और इसे करने के लिए योग्यता, कौशल, फीस और पाठ्यक्रम जैसे सभी पहलुओं को समझने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
कोर्स का नाम | ओ लेवल (ऑर्डिनेट लेवल) |
कोर्स की अवधि | 1 वर्ष (2 सेमेस्टर) |
योग्यता | 12वीं उत्तीर्ण |
स्तर | डिप्लोमा कोर्स |
करियर विकल्प | कंप्यूटर ऑपरेटर, जूनियर प्रोग्रामर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, वेब डिजाइनर, IT हेल्पडेस्क सपोर्ट |
ओ लेवल क्या है? (What is O Level Course in Hindi)
ओ लेवल एक डिप्लोमा सेर्टिफिकेट कंप्यूटर कोर्स है, जिसे भारत सरकार के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (NIELIT) द्वारा संचालित किया जाता है और इसे उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जो 12वीं के बाद कम समय में आईटी कोर्स करना चाहते हैं। ओ लेवल कोर्स में छात्रों को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, इंटरनेट, डेटा मैनेजमेंट, वेब डिजाइनिंग, साइबर सिक्योरिटी, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस और नेटवर्किंग जैसे कई महत्वपूर्ण चीजों की जानकारी दी जाती है। यह एक ऐसा कंप्यूटर कोर्स है जिसमे छात्रों को कंप्यूटर एप्लीकेशन, प्रोग्रामिंग, और IT फंडामेंटल्स की बेसिक से एडवांस स्तर के पाठ्यक्रमों को पढ़ाया जाता है।
ओ लेवल कोर्स की अवधि
ओ लेवल कोर्स की अवधि 1 वर्ष (12 महीने) की होती है, लेकिन इसमें प्रैक्टिकल, थ्योरी क्लासेस, लैब क्लासेस और परीक्षा के समय को मिलाकर कभी कभी इस कोर्स की अवधि 18 महीने तक भी हो सकती है। इस कोर्स में कुल 2 सेमेस्टर होते हैं, जिसमे आईटी संबंधित बेसिक से एडवांस स्तर तक की पढाई कराई जाती है। जिसमे बेसिक कंप्यूटर परिचय, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, प्रोग्रामिंग भाषा, प्रैक्टिकल आदि शामिल होता है।
ओ लेवल कोर्स क्यों करें?
ओ लेवल (O Level) एक डिप्लोमा सर्टिफिकेशन कोर्स है जिसे भारत की NIELIT (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) संस्था द्वारा संचालित किया जाता है। ओ लेवल क्यों करें, इसका सीधा कोई एक जवाब नहीं है। करियर में अनेकों विकल्पों को हासिल करने और आईटी सेक्टर में रोजगार के अवसरों को प्राप्त करने के लिए इस कोर्स चुनने के कई कारण है। नीचे कुछ प्रमुख कारणों और उद्देश्यों को स्पष्ट किया गया है।
- कम लागत में बेहतरीन कंप्यूटर कोर्स: ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स की फीस BCA, ADCA और प्राइवेट संस्थानों के कंप्यूटर कोर्सों की तुलना में बहुत कम होती है। जबकि इस कोर्स की कीमत और मान्यता कई गुना होती है।
- सरकारी नौकरी में फायदा: कई सरकारी पद जैसे क्लर्क, IT टेक्नीशियन और एसएससी में ओ लेवल कंप्यूटर सर्टिफिकेट की मांग होती है। ओ लेवल कोर्स एक सरकारी मान्यता प्राप्त कोर्स है, इसे ज्यादातर सरकारी विभागों में ही लागु किया जाता है।
- आईटी और सॉफ्टवेयर कौशल का ज्ञान: ओ लेवल कोर्स के पाठ्यक्रमों में प्रोग्रामिंग भाषा (Python, Java) और वेब डिजाइनिंग (HTML, CSS) जैसे सॉफ्टवेयर कोर्स भी शामिल है, जो एक छात्र में सॉफ्टवेयर कौशलों को बेसिक से इंटरमीडियट स्तर का ज्ञान देता है।
- सरकारी मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट: ओ लेवल एक सरकारी मान्यता प्राप्त संस्था NIELIT द्वारा संचालित किया जाता है जो कंप्यूटर साक्षरता की आवश्यक शैक्षणिक योग्यता के रूप में मान्य है।
ओ लेवल कोर्स के लिए योग्यता
ओ लेवल कोर्स करने के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता और पात्रता NIELIT द्वारा निर्धारित की गई है। नीचे विस्तृत जानकारी दी गई है।
शैक्षणिक योग्यता:
- 10+2 (इंटरमीडिएट) उत्तीर्ण छात्र पूरी तरह से पात्र होते हैं।
- ITI (Industrial Training Institute) में मान्यता प्राप्त ट्रेड से उत्तीर्ण छात्र आवेदन कर सकता है।
आयु सीमा:
- ओ लेवल कोर्स के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं है। किसी भी आयु के कोई भी इच्छुक विद्यार्थी, चाहे वह छात्र हो, नौकरीपेशा हो या गृहिणी सभी इस कोर्स को कर सकते हैं।
बेसिक कंप्यूटर कौशल:
- कंप्यूटर की बेसिक जानकारी
- टाइम मैनेजमेंट
- इंटरनेट का उपयोग करना
- Windows/Linux चलाना
ओ लेवल कोर्स पाठ्यक्रम
ओ लेवल कोर्स का पाठ्यक्रम दो सेमेस्टर में विभाजित है, जिसे NIELIT द्वारा डिजाइन किया गया है। इस कोर्स के पाठ्यक्रम में थ्योरी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट वर्क और बहुविकल्पीय (MCQ) शामिल हैं, जो छात्रों को आईटी क्षेत्र से संबंधित मौलिक से लेकर व्यावसायिक ज्ञान देने का प्रयत्न करता है। नीचे इस कोर्स का पाठ्यक्रम विस्तार से दिया गया है।
1. M1-R5: सूचना प्रौद्योगिकी उपकरण और नेटवर्क मूल बातें
- कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
- कंप्यूटर की बुनियादी अवधारणाएं
- ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows, Linux Basics)
- इंटरनेट, ई-मेल, क्लाउड कंप्यूटिंग
- MS Office (Word, Excel, PowerPoint)
2. M2-R5: वेब डिजाइनिंग और प्रकाशन
- वेब डिजाइनिंग के मूल सिद्धांत
- वेब होस्टिंग और डोमेन नेम
- HTML5, CSS, JavaScript Basics
3. M3-R5: पायथन के माध्यम से प्रोग्रामिंग और समस्या समाधान
- Python की मूल बातें
- पायथन सिंटैक्स और डेटा टाइप्स
- लूप्स
- कंडीशनल स्टेटमेंट्स (if-else)
- बेसिक प्रोग्रामिंग प्रॉब्लम्स का हल
- वेरिएबल्स
4. M4-R5: इंटरनेट ऑफ थिंग्स और इसके अनुप्रयोग
- IoT की बेसिक अवधारणाएं
- IoT का परिचय
- IoT सिक्योरिटी और प्रोटोकॉल
- सेंसर्स और एक्चुएटर्स
- स्मार्ट सिटी और होम ऑटोमेशन में IoT
- IoT आर्किटेक्चर और कॉम्पोनेंट्स
प्रैक्टिकल
- पीआर1-आर5: M1-R5, M2-R5, M3-R5 और M4-R5 पर आधारित व्यावहारिक
- PJ1-R5: Project
ओ लेवल कोर्स परीक्षा पैटर्न
ओ लेवल की परीक्षा साल में दो बार जनवरी और जुलाई में आयोजित की जाती हैं। इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों की सैद्धांतिक और प्रैक्टिकल जानकारी का आकलन करना है। NIELIT द्वारा आयोजित की जाने वाली ओ लेवल परीक्षा का पैटर्न नीचे दिया गया है।
ओ लेवल परीक्षा विवरण:
परीक्षा प्रकार | विवरण |
परीक्षा माध्यम | Computer Based Test (CBT) |
भाषा | हिंदी और अंग्रेजी |
कुल पेपर | 4 थ्योरी पेपर + 1 प्रैक्टिकल + 1 प्रोजेक्ट |
समय अवधि | 3 घंटे (थ्योरी प्रैक्टिकल सभी में अलग अलग) |
प्रश्न प्रकार | थ्योरी: MCQ + डिस्क्रिप्टिव प्रैक्टिकल: लैब-बेस्ड टास्क्स |
परीक्षा कार्यक्रम | साल में 2 बार – जनवरी और जुलाई |
नकारात्मक अंकन | नहीं |
मॉड्यूल-वार परीक्षा विवरण:
मॉड्यूल कोड | विषय नाम | प्रश्नों का प्रकार | कुल अंक |
M1-R5 | IT Tools & Network Basics | MCQ + True/False + Match | 100 |
M2-R5 | Web Designing & Publishing | MCQ + Short Answer | 100 |
M3-R5 | Programming with Python | MCQ + Programming Logic | 100 |
M4-R5 | Internet of Things | MCQ + Conceptual Qs | 100 |
PJ1-R5 | Project | – | 100 |
ओ लेवल (O Level) Vs ADCA: कौन सा कोर्स है बेहतर?
अधिकांश समस्या छात्र को सोचने में मजबूर कर देती है कि ओ लेवल और ADCA कोर्स में किसे चुनें। दोनों कोर्स की समय अवधि 1 वर्ष होती है, जिस कारण छात्र समझ ही नहीं पाते की कौन सा कोर्स करना चाहिए। नीचे सारणी द्वारा दोनों कोर्सों की तुलना मुख्य तथ्यों पर की गयी है।
विशेषता | O Level | ADCA |
मान्यता | सरकारी (NIELIT) | निजी संस्थान द्वारा (NIIT/लोकल संस्थान) |
कोर्स अवधि | 1 वर्ष | 1 वर्ष (कहीं 6 माह भी) |
परीक्षा | राष्ट्रीय स्तर की (CBT) | लोकल संस्थान स्तर की |
प्रमाण्पत्र का मूल्य | बहुत अधिक | सीमित स्तरीय |
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज | शामिल है | अधिकतर में नहीं |
फीस (अनुमानित) | ₹10,000 – ₹20,000 | ₹10,000 – ₹25,000 |
कौन कर सकता है? ओ लेवल कोर्स
कंप्यूटर और आईटी में दिलचस्पी रखने वाला कोई भी व्यक्ति ओ लेवल कोर्स कर सकता है। कंप्यूटर सीखने और आईटी में करियर बनाने के लिए ओ लेवल करने वाले उम्मीदवारों को कुछ इन शर्तों को पूरा करना होता है।
- 12वीं उत्तीर्ण छात्र ओ लेवल कोर्स के लिए मुख्य पात्र होते हैं।
- 10वीं बाद आईटीआई में मान्यता प्राप्त ट्रेड में अनुभवी उम्मीदवार
- NIELIT से मान्यता प्राप्त संस्थान से कोर्स करने वाले
- ऐसे छात्र जो कम समय में 12वीं के बाद आईटी कोर्स करना चाहते हो
- कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई कर रहे छात्र जो पढ़ाई के साथ कंप्यूटर कौशल में निपुण होना चाहते हो
- घर बैठे फ्रीलांसिंग द्वारा कमाई के स्त्रोत बनाने की इच्छा रखने वाले
ओ लेवल कोर्स की फीस
ओ लेवल कोर्स की फीस संस्थानों पर निर्भर करती है। इस कोर्स की फीस सरकारी संस्थानों और निजी संस्थानों में अलग-अलग होती है। इसके अलावा फीस विभिन्न प्रकार की सुविधाओं पर निर्भर होती है। नीचे ओ लेवल कोर्स की अनुमानित फीस की जानकारी दी गई है।
फीस घटक | सरकारी संस्था (NIELIT / Govt) | निजी संस्थान |
पंजीकरण शुल्क | ₹500 – ₹750 | ₹500 – ₹800 |
सिद्धांत परीक्षा शुल्क | 1,000/मॉड्यूल | 1,000/मॉड्यूल |
प्रायोगिक परीक्षा शुल्क | ₹500 | ₹500 |
अन्य शुल्क | ₹0 – ₹1,000 | ₹1,000 – ₹2,000 |
कुल अनुमानित फीस | ₹8,000 – ₹12,000 | ₹12,000 – ₹25,000 |
ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स कैसे करें?
यदि आप ओ लेवल कोर्स करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स में पूरी प्रक्रिया दी गई है।
पात्रता की जाँच:
- ओ लेवल कोर्स करने के लिए पहले अपनी पात्रताओं की जाँच करें।
- 12वीं उत्तीर्ण या आईटीआई पास होना अनिवार्य।
कोर्स का प्रकार चुनें:
- NIELIT से मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश ले सकते हैं, जहां रोज लैब क्लासेस और थ्योरी क्लासेस लागु होती हैं।
- इसके अलावा आप Self Study के रूप में ओ लेवल कर सकते हैं। आप NIELIT की आधिकारिक वेबसाइट में जाकर खुद से फॉर्म भरें और परीक्षा दें।
NIELIT में रजिस्ट्रेशन:
- यदि आप किसी संस्थान से ओ लेवल कर रहे हैं, तो खुद पंजीकरण करने की जरूरत नहीं होती।
- खुद से करने के लिए NIELIT की आधिकारिक वेबसाइट में जाएं।
- Apply Online” में जाकर O Level Course के लिए पंजीकरण करें।
- सभी प्रमुख दस्तावेजों को उपलब्ध करें।
- रजिस्ट्रेशन फीस जमा करें (₹500 – ₹750) अनुमानित।
पढ़ाई शुरू करें:
- संस्थान से ओ लेवल करने वाले छात्र नियमित क्लासेस अटेंड करें
- कुल दो सेमेस्टर में पढ़ाई होती है।
- जिनमे IT Tools, Web Designing, Python Programming IoT Applications पढ़ाया जाएगा।
- Direct Candidate जिन्होंने खुद से आवेदन किया हैं, उनको सिलेबस के अनुसार खुद ही पढ़ना होगा।
परीक्षा के लिए आवेदन करें:
- खुद से आवेदन करने वाले छात्रों को NIELIT पोर्टल पर जाकर Examination Form भरना होगा।
- जिसमे प्रत्येक विषय की फीस लगभग 500 होती है।
- संस्थान से करने वाले छात्रों को खुद से कोई परीक्षा फॉर्म नहीं भरना होता है।
परीक्षा दें:
- ओ लेवल कोर्स की परीक्षा साल में दो बार जनवरी और जुलाई में आयोजित की जाती है।
- इस कोर्स की परीक्षा Computer Based Test (CBT) द्वारा होती है।
सर्टिफिकेट प्राप्त करें:
- यदि किसी विषय में बैक नहीं लगी और सभी विषयों में उत्तीर्ण कर लेते हैं तो NIELIT द्वारा आपको O Level Certificate जारी किया जाता है।
- सर्टिफिकेट आप संस्थान से भी ले सकते हैं या खुद से पीडीएफ में डाउनलोड कर सकते हैं।
ओ लेवल कोर्स बाद करियर विकल्प
ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आप विभिन्न प्रकार के करियर विकल्प प्राप्त कर सकते हैं। इस कोर्स के बाद आप सरकारी व निजी क्षेत्रों में करियर अवसर के अलावा आगे की पढ़ाई के लिए कई कोर्स उपलब्ध हैं। नीचे कुछ प्रमुख करियर विकल्प और कोर्सों की सूची दी गई है।
सरकारी नौकरी के अवसर:
विभिन्न सरकारी पद जिनमे कंप्यूटर सर्टिफिकेट की मांग होती है, उन पदों में ज्यादातर ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स की लागु किया जाता है। नीचे कुछ सरकारी पद दिए गए हैं, जिनमे ओ लेवल लागु होता है।
- SSC CHSL
- CGL
- MTS
- Stenographer
- बैंकिंग सेक्टर
- सरकारी कार्यालयों (डाटा एंट्री ऑपरेटर, क्लर्क, टाइपिस्ट)
- पुलिस विभाग
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निजी क्षेत्रों में अवसर:
- वेब डेवलपमेंट
- ग्राफिक डिजाइनिंग
- पायथन डेवलपर
- Computer Operator
- डिजिटल मार्केटर
- IT सपोर्ट इंजीनियर
- Data Entry Operator
एडवांस कोर्स:
- A Level
- Diploma in Web Designing
- Python Programming
- डिप्लोमा इन IT
निष्कर्ष:
ओ लेवल एक ऐसा मजबूत कंप्यूटर कोर्स है जो ऐसे छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है जिनका उद्देश्य कंप्यूटर और आईटी सेक्टर में कदम जमाना है। यह एक सरकारी मान्यता प्राप्त कोर्स है, इसी वजह से अधिकतर कंप्यूटर संबंधी सरकारी पदों में ओ लेवल कोर्स लागु होता है।
आज इस लेख में हमने ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स से संबंधित लगभग हर पहलुओं को संक्षेप में जानकारी दी है। यदि आपका सपना भी आईटी के क्षेत्र में कदम बढ़ाना है, तो ओ लेवल एक बेहतर कोर्स विकल्प है। केवल 1 वर्ष के अंदर ही आप आईटी संबंधी कंप्यूटर कोर्स का प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं।
कुछ संबंधित प्रश्न: FAQs
कंप्यूटर में ओ लेवल कोर्स कैसे करें?
ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स करने के लिए उम्मीदवार 12वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। NIELIT द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान में ओ लेवल कोर्स के लिए प्रवेश ले सकते हैं।
ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स की फीस कितनी है?
ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स की फीस सभी संस्थानों में अलग-अलग होती है। एक अनुमानित फीस ₹15,000 से ₹25,000 तक हो सकती है।
ओ लेवल से कौन सी जॉब मिलती है?
ओ लेवल करने के बाद आप विभिन्न पदों में करियर अवसर प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यतौर पर जूनियर प्रोग्रामर, कंप्यूटर ऑपरेटर, वेब डिजाइनर, शिक्षण सहायक, लैब असिस्टेंट और प्रोग्रामर असिस्टेंट जैसे पद शामिल हैं।
O Level कोर्स की अवधि कितनी होती है?
ओ लेवल कोर्स की अवधि 1 वर्ष की होती है, जिसमे दो सेमेस्टर होते हैं।